जिस शख़्स का था , हर "हुक्म" मंजूर मुझे... "वो" शख़्स हुज़ूर बन के आए "आज" तो भी,, हरगिज मंजूर नहीं,, मुझे... #हुज़ूर- ख़ुदा/भगवान #टूटी कलम ✒️ के छूटे , "अल्फ़ाज़" ©Kumar Gagan #Smile sanjeev