दिल से मेरे, मेरी नाइत्तिफ़ाक़ी चलती रही वो अपनी कहता रहा जब, मैं दिमाग की सुनती रही वो जिस राह चला, मैं उलट उसके चलती ही रही पर,हार गया वो जिस दिन, अकेली मैं भी रह ही गयी सोचती हूँ अब, दिल से इतनी नाइत्तिफ़ाक़ी अच्छी नहीं कभी तो उसके संग चलती ही सही, कुछ उसकी सुनती ही सही...!! 🌹 Muनेश..Meरी✍️ Challenge-143 #collabwithकोराकाग़ज़ 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) (नाइत्तिफ़ाक़ी उर्दू शब्द है जिसका अर्थ है असहमति या मतभेद) #नाइत्तिफ़ाक़ी #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️