सबकुछ अच्छा था.... यूं ही ज़िन्दगी एक मोड़ ले चुकी थी जो ख़ुशियों की तरफ अग्रसर थी बस ज़िन्दगी ऐसी ही चलती रहे लगा सबकुछ मिल गया है सोचा ही नही कुछ पाना बाकी है कुछ जानना बाकी है और कुछ समझना भी बाकी है। नही ऐसा लगा जो है सब यही तो है ज़िन्दगी किताब की तरह मेरे सामने है बस जिस तरह से चाहूँ पढ़ लूं.... Sadhna Som... Real love story...part 11