मत कर इतने जुल्म ये सितम गर,, की दिल कहे अब न सहूंगा, बस इक बार पूंछ ले मेरे हालात,खुदा कसम,फिर कुछ न कहूंगा। फिर कुछ न कहूंगा,,,चुपचाप सहूंगा बेघर हूं, न निकालो दिल से, मै फिर कहां रहूंगा।