ये बारिश की तन्हा बूंदे गवाह है, कुछ बिखरें हुए सपनों की। ये बादल की गड़गड़ाहट साक्षी है, एक टूटे दिल की आवाज़ की। -Swechha ये बारिश की तन्हा बूंदे गवाह है, कुछ बिखरें हुए सपनों की।💌 #28Jan #Baarish #Alone