निचा करके किसे तू उट रहा हे , इस सोच से इंसान घूट रहा जातिवाद को लेकर ज़ो अपनी सोच को भ्रष्ट कर रहा ! इन्सानियत मे इंसान की परिभाषा - पलास का तिनका हू अपनो से झगढना क्यो ! मेरा जलना तय हे तो जातिवाद को रगढना क्यो ! #Racist