वक्त के सांचों में जो ढल नहीं सकता , गम जो खुशी में बदल नहीं सकता ।। कुछ करने का हौसला तो करो दोस्तों, कौन कहता है कि मंजिल नहीं मिल सकता।। वक्त के सांचों में जो ढल नहीं सकता , गम जो खुशी में बदल नहीं सकता ।। कुछ करने का हौसला तो करो दोस्तों, कौन कहता है कि मंजिल नहीं मिल सकता।। #हकीम #जोश_ए_कलम #कलमकीताकत