उलझन इस बात की है कि कुछ सुलझा न पाए, सुलझ तो बहुत कुछ जाता पर कोई समझ ना पाए, दरारे हज़ार है उन्हें मिटाने की रबड़ एक हाथ है, हाथ बढ़ाओगे साथ निभाओगे तो सब सुलझ जाएगा, उलझन का नामो निशान खत्म हो जाएगा, उलझन है बस यही कोई किसी को समझ ना पाया, दिन-पे-दिन उलझनों के साये ने सबको सताया, उलझन रहेगी ना कुछ सब सुलझ जाएगा, तुम साथ निभाओ फिर सब सुलझ जाएगा! @shayari_ayushi ©Ayushi Mittal #Adhuri_baat #adhure_khyaal #adhure_alfaz #uljhane #Poetry #poem #Shayari #followme #Like #SuperBloodMoon