हे! पाप नाशक राह प्रकाशक सृष्टि शासक महेश्वर: तांडव कर्ता पाप हर्ता कर्म भर्ता इश्वरः दया किन्हो परमपिता तुम बिन कौन हितैषी मेरा, तू पिता मैं पुत्र हूं मुझको है विघ्नों ने घेरा। आशीष बनाए रखना कपर्दी कहीं तुझको भूल ना जाऊं मैं, सिर्फ दु:खों तक ना सीमित रहूं सुख में भी तुझको पाऊं मैं। #शिल्पाणी