हर पल इंतजार आपका होता हैं, इस हृदय में निवास आपका होता है। वो आपका माथे पर प्यार भरा स्पर्श, एक बार फिर से पाने का मन होता है। आपकी छाया ही जीवन की अभिलाषा थी, आपकी सेवा करना ही मेंरी जिज्ञासा थी। पर किस्मत ने न जाने ये कैसा खेल रचा, रंग भरे इस जीवन को पल भर में ही बेरंग करा। ✍️ मेरे विचार....... 🙏💐 पूज्यनीय पिताजी की तृतीय पुण्य-तिथि पर शत-शत नमन्💐🙏 #पूज्यनीय पिता जी की स्मृति में