ऐसी भी भला क्या बात है तुम में, जो खुद पर इतना इतराते हो तुम....... सुना है चोरी-चोरी अक्सर हमारे, रकीब से मिलने जाते हो तुम............ हमें लगता है कि किसी गुनाह को, जल्द ही अंजाम देने वाले हो तुम....... कत्ल हमारा करके हमें वफ़ा की, सज़ा सरेआम देने वाले हो तुम........... ©Poet Maddy ऐसी भी भला क्या बात है तुम में, जो खुद पर इतना इतराते हो तुम....... #Speciality#Proud#Heard#Meet#Enemy#Crime#Killing#Loyalty#Punish#Publicly..........