उनकी जुल्फों के सिवा अपना आशियाना कहां कोई! हम जैसा भी उनका भला दीवाना कहां कोई!! जुल्फ खुले तो घटा सी छाए, जुल्फ बंधे तो भी कहर ढाए, जब गोरी जूडे को सजाए सुंदर सुंदर गजरों से फिर भौरों का बागवान में ठिकाना कहां कोई!!! ©निम्मी #julf