सुनो रात के अंधेरों से डरा नहीं हूं आवाज देता हूं तुम्हें अभी मरा नहीं हूं मैं खुद बन गया पाप के घडे जैसा खाली हूं अभी भरा नहीं हूं ©Niraj Kumar #derty #peace