बचपन और दादा जी दादा जी ने कहा अपने बलबूते पर जो खड़ा है लोग उसी की मशाल देते हैं , मैने कहा उस चाँद का भी तो ख़ुद का कोई वजूद नहीं फिर क्यों लोग सबसे ज़्यादा उसी की तारीफें करते हैं... #BachpanAurDadaji