साथ खींचते5 ©Srinivas Mishra जीवन नदी पानी की तरह बहती हैं और हमे अपनी इच्छा के गंतव्य तक पहुँचाने के लिए इसके दोनों किनारों में से किसी एक की ओर तैरना पड़ता हैं अन्यथा वह कम या ज्यादा दर्द देकर हमे उसके साथ खींचते हुए आगे बहा ले जाती हैं । #srinivas #planetvidya