बीज को दबाव झेलना पड़ता है मिट्टी, पानी, हवा, धुप का भिन्न-भिन्न जीव हमला भी करते है बीज पर पर जो बीज परिपक्व व पुष्ट होता है वह इन सब झेल कर अंकुरित होता हैं । और ज्यादतर अंकुरित हो ही जाता है, और जो कुछ बीज जो कमजोर होता है अह नही सह पाता, और अंकुरित होने से वंचित रह जाता है । हमारा व्यक़ित्व भी उस बीज की तरह होना चाहिये जो सबकुछ झेलकर अंकुरण की क्षमता अर्जित करने योग्य हो सके ना सिर्फ अंकुरित हो सके वरन फ़ले, फुले, बटवृक्ष हो सके, लोगों को छाया दे सके! ©gudiya #bij #अंकुरण #ankuran #Nojoto #Flower