Nojoto: Largest Storytelling Platform

चाहत चाहतें दिल की बड़ी मगरूर हो रही थीं इस बड़

चाहत

 चाहतें दिल की बड़ी मगरूर हो रही थीं
 इस बड़े से शहर में किसी और को ढूंँढ रही थी
 दूर तक नजर कोई भी नहीं आ रहा था
 मन उससे मिलने को बड़ा परेशान हो रहा था
 शहर के बड़े आलिशान महलों के बीच
 नजर कोई भी नहीं एक इंसान आ रहा था

©DR. LAVKESH GANDHI #City #
# महलों का शहर है जनाब #
चाहत

 चाहतें दिल की बड़ी मगरूर हो रही थीं
 इस बड़े से शहर में किसी और को ढूंँढ रही थी
 दूर तक नजर कोई भी नहीं आ रहा था
 मन उससे मिलने को बड़ा परेशान हो रहा था
 शहर के बड़े आलिशान महलों के बीच
 नजर कोई भी नहीं एक इंसान आ रहा था

©DR. LAVKESH GANDHI #City #
# महलों का शहर है जनाब #