बचपन और रूठना गुल्ली-डण्डा,पाटी-बस्ता, बचपन रूठ गया मुझसे।। बारिश मस्ती,कब्बडी कुस्ती, यौवन छुट गया मुझसे।। मोबाइल के पिंजरे में मैं, आकर ऐसा फँसा यारो।। दुनियादारी, रिश्ते-नाते, सबकुछ छुट गया मुझसे।। #NojotoQuote #bachpan