मर्ज़ी चला के अपनी तूने बेगाना किया जिन्हें अधूरा रहकर ख़ुद मंज़िले तय कराता नहीं हर कोई । बहुत तकलीफ़ होती है दोस्त तुझे यूँ रुसवा देखकर अब भी वक़्त है पहचान ना खो दूँ अपनी इस राख पे लौटकर हिसाब तो ले अपना...$$!! कुछ अच्छा करने के लिए, किसी से मिलने के लिए, अपने सपनों को पूरा करने के लिए, किसी की ज़िंदगी बचाने के लिए, प्रेम करने के लिए हमारे पास हमेशा वक़्त निकल सकता है। #वक़्तहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #yqquotes #lovequotes #friendship