तेरी पाज़ेब 💐💐💐💐 तेरी पाज़ेब की छन छन ,सुनाई जब भी देती है। यूँ लगता है मुझे जाना , रुबाई सी वो कहती है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 कोई शायर ग़ज़ल कहता या कोई शेर पढ़ता है! तेरी पायल की झंकारों में उनकी तान बहती है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 सुनी बारिस की बूंदों में कोई संगीत की धुन जो तेरी पाज़ेब से अक़्सर, बनती मुझको लगती है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 मगन मन मेरा हो जाता , मौसम नाच उठता है! न फिर कोई ख़बर मेरी , मुझे तब यार रहती है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 खिले बाग़ों में गुल प्यारे महक़ता है जहाँ सारा! पंछी प्यार की आहट मेरी धड़कन को लगती है। तेरी पाज़ेब ----------------- तेरी पाज़ेब की छन छन ,सुनाई जब भी देती है। यूँ लगता है मुझे जाना , रुबाई सी वो कहती है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 कोई शायर ग़ज़ल कहता या कोई शेर पढ़ता है! तेरी पायल की झंकारों में उनकी तान बहती है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐