देखू जो मैं तुम्हें हो जाऊँ गुमशुदा दुनिया जो तुम हो कही खोना जाऊँ यहा खोनेसे तो यू मैं डरता नहीं डर ये है की और कितने गुमशुदा चाँहत जो ये मेरी तेरी चाँहत के यहाँ कितने साझेदार ? बातोमे तेरी उलझा हूँ मै या उलझा ये जमाना बातोमे तेरी तुम इतनी प्यारी हो मुझे ऐसा क्यू लगे ? तुम जनहितमे जारी हो शव