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अपने ही धुन में इश्क़े फ़ितूरी, ऊँचे सुर में गा रह

अपने ही धुन में इश्क़े फ़ितूरी,
ऊँचे सुर में गा रहा था मैं,
तभी जोरदार आवाज़ से,
माँ की चप्पल गिरी  सर पर,
और मैं गुमसुम हो बैठ गया,
लेकिन किस्सा तब भी ख़त्म ना हुआ, 
बहन बैठी थी पास मेरे,
हँसकर बोली आशिंकी का भुत उतरा,
या फिर कुछ बाकि रह गया,
मुझसे तुम्हारा ये दर्द देखा ना जाता,
तुम कहो तो पापा को भी 
चमड़े वाली बैल्ट थमा आऊ, 
हमनें झल्लाकर कहा बहन से,
यु झुठमुठ का आरोप लगा कहर बरपाया ना करो, 
नल्ला हूँ तभी संग बैठ ऊँचे सुर लगाता हूँ,
होती जो आंशिकी तो बंद कमरे में ही हमारी भी  चाय जाती। 
बहन बोली बेटा ऐसा है ना औकात में रहो,
कुछ ज्यादा ही ना फेक दिया, 
हमनें भी तैस मैं आकर कहा कह दिया तो कह दिया, 
तभी माँ कि दूसरी चप्पल सीधे मुंह पर आकर सर्जीकल स्ट्राइक कर गयी। भाई अपना भी घर मैं बहुत बेइज्ज़त हैं, चप्पले फेक कर पहनने को कहते हैं बाहर जाने से पहले। और किसी का शायद ही हो घर मैं इतना इज्ज़त। #nojotohindi #nojotoapp #poetry  #चप्पलौं_से_माँ_करती_हैं_सर्जीकल_सट्राईक  #Lipsita Palei
अपने ही धुन में इश्क़े फ़ितूरी,
ऊँचे सुर में गा रहा था मैं,
तभी जोरदार आवाज़ से,
माँ की चप्पल गिरी  सर पर,
और मैं गुमसुम हो बैठ गया,
लेकिन किस्सा तब भी ख़त्म ना हुआ, 
बहन बैठी थी पास मेरे,
हँसकर बोली आशिंकी का भुत उतरा,
या फिर कुछ बाकि रह गया,
मुझसे तुम्हारा ये दर्द देखा ना जाता,
तुम कहो तो पापा को भी 
चमड़े वाली बैल्ट थमा आऊ, 
हमनें झल्लाकर कहा बहन से,
यु झुठमुठ का आरोप लगा कहर बरपाया ना करो, 
नल्ला हूँ तभी संग बैठ ऊँचे सुर लगाता हूँ,
होती जो आंशिकी तो बंद कमरे में ही हमारी भी  चाय जाती। 
बहन बोली बेटा ऐसा है ना औकात में रहो,
कुछ ज्यादा ही ना फेक दिया, 
हमनें भी तैस मैं आकर कहा कह दिया तो कह दिया, 
तभी माँ कि दूसरी चप्पल सीधे मुंह पर आकर सर्जीकल स्ट्राइक कर गयी। भाई अपना भी घर मैं बहुत बेइज्ज़त हैं, चप्पले फेक कर पहनने को कहते हैं बाहर जाने से पहले। और किसी का शायद ही हो घर मैं इतना इज्ज़त। #nojotohindi #nojotoapp #poetry  #चप्पलौं_से_माँ_करती_हैं_सर्जीकल_सट्राईक  #Lipsita Palei