गाँव सपने में अपना गाँव आया साथ में पेड़ का छाँव आया गाँव की मिट्टी, गाँव की धूल गाँव की खुशबू भी साथ में लाया हरा भरा गाँव कितना अपनापन वाला गाँव हर चेहरा अपना हर डेरा अपना सब अपने ही अपने कोई चाचा , कोई चाची कोई काका, कोई काकी कोई मामा ,कोई मामी और हर किसीका मैं बेटा कितना अच्छा होता अगर यह गाँव दिन में आता फिर कभी मैं उसे जाने ही नहीं देता काश ,कभी गाँव दिन में आता -बाहुबली भोसगे गाँव