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शाम नशीली हो जाती है जैसे मनचाहे फूल चूमकर तितली न

शाम नशीली हो जाती है
जैसे मनचाहे फूल चूमकर
तितली नशीली हो जाती है! 
तेरी यादों में अक्सर शाम
नशीली हो जाती है
जैसे मनचाहा फूल चूमकर
तितली नशीली हो जाती है
सुप्रभात लेखकों।😊

हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें ।
शाम नशीली हो जाती है
जैसे मनचाहे फूल चूमकर
तितली नशीली हो जाती है! 
तेरी यादों में अक्सर शाम
नशीली हो जाती है
जैसे मनचाहा फूल चूमकर
तितली नशीली हो जाती है
सुप्रभात लेखकों।😊

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anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
New Creator