झूठ के लिबाज़ में वो सच को छिपाये जा रहें थे, अपनी बदसलूकी को मजबूरियों में गिनाए जा रहे थे। हम सच ही समझ बैठें उनकी हर बात को, और वो इसी बात का फ़ायदा उठाएं जा रहे थे। ©Pushpa Sharma #सच_के_लिबाज़_में #बदसलूकी #नोजोटोहिंदी #think