इंद्रधनुष के रंगों जैसे अपनी धुन में मस्त मनमौजी, कभी इठलाते कभी बलखाते कभी लड़ते कभी झगड़ते, ज़िन्दगी की धूप में.. एक दूसरे का साथ देते, ये रंग बिरंगे मेरे दोस्त.. कभी सुख में कभी दुःख में कभी मस्तमौला बन के, रंगों जैसे भीखरते जैसे होली के खूबसूरत रंग, जैसे फुलो के संग ज़िन्दगी अधूरी है जिनके बिना, रंग बिरंगे मेरे दोस्त.. होली के रंग दोस्तों के संग। #मेरेदोस्त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #सुचितपाण्डेय #suchitapandey