प्रेम बिन जीवन नहीं हैं। प्रेम बिन सार नहीं, रस नहीं।। प्रेम हसाँबे, प्रेम रुलाबे। कियोकी जीवन आधार हैं। तो प्रेम हैं ही उसका सार हैं।। ...कवि सोनू #alone #प्रेम😍 #अनुभव❤️