वो आए कुछ इस कदर, जैसे मेरे सब्र को मक़सद मिल गया, उनका लहज़ा, लिहाज़ ओर आफ़रीन, मेरे दिल को सुकून दे गया, उनका खामोशी से सब कह जाना, मेरी जिंदगी को फितूर दे गया, इसको ख़ुदा की इनायत मानूं या मेरी खुशनसीबी, उनका इस कदर आना मेरे जज़्बातों को मुक्कमल कर गया। Lihaaz - respect Lehja - pronunciation , Inaayat - blessing Aafreen - alluring- आकर्षक Fitoor- obsession Jazbaat- emotion Mukammal- complete #yqbaba