★1857 से 1947 तक दिल्ली बता तुझे धोखा कब मुसलमानो ने दिया है, इतराने के लायक जो है सब मुसलमानों ने दिया है★ #Gazalì #Gül@@m é Àlì F@kéér Mú@vìy@ z@f@r g@z@lì