तुमको शायद याद नहीं वो दिन भी क्या दिन थे, जो साथ बिताया करते हम क्या वो पल थे। तेरी एक याद में call लगाया करते वो हम थे।। तुमको शायद याद नहीं वो दिन भी क्या दिन थे, घंटो बाते किया करते वो हम थे। तेरी हर एक साँस को पहचाना करते हम थे।। तुमको शायद याद नहीं वो दिन भी क्या दिन थे, हमारी पहली मुलाकात में वो बात क्या हुई। उस रोज बिन मौसम बरसात कब हुई।। तुमको शायद याद नहीं तुमको शायद याद नहीं ।। -zayesa #Tumko_sayad_yaad_nahi..