ये मंजिल - ए - मुसाफ़िर, गर रुके बगैर चल सको तो चलो..!! आंधियां भी होंगी , राहों पर फिसलन भी , गर गिर - गिर कर भी संभल सको तो चलो..!! वक्त के कांटों पर चलकर न जाने किस ओर मुड़े जिंदगी , गर इस मोड़ को मोड़कर तुम अपना रुख दे सको तो चलो..!! साया भी साथ छोड़ेगी जितना तिमिर गहराएगा, गर ख़ुद ही ख़ुद का दीपक बन सको तो चलो..!! दूर का सफ़र है ये मंजिल - ए - मुसाफ़िर , गर ख़ुद ही ख़ुद का हमसफ़र बन सको तो चलो..!! मायूसी भी होगी , वीरानी का कीचड़ भी , गर तुम उसमे कंज बन खिल सको तो चलो..!! दूर का सफ़र है ये मंजिल - ए - मुसाफ़िर , गर थके बगैर चल सको तो चलो ..!!-A.r दूर का सफ़र है... #दूरकासफ़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi