।सावन। मौसम आया सावन का सुन्हरे सपने के साथ लाया व एक पावन सच हरा-भरा दर्पण के साथ झर-झर नदीया बहती है आती लहरे के साथ प्राकृतिक शोभा सुन्हारा मौका हरा-भरा है इसका रूप यह मौसम प्रेम दरर्शता लाता एक मनमोहक दुश्य होता इसका सुनहरा स्वर चहकती चीड़िया उड़ते आकाश में ©anu sawan poem Anuradha Mishra #MorningTea