कोई कविता लिखूँ तेरी तारीफ़ में
या फ़िर कोई गज़ल लिख दूँ
तू कहे तो सूरज की किरण कह दूँ तुझे
तू कहे तो चाँद की चाँदनी लिख दूँ
दिल तो दे ही दिया तुझको सनम
ये जान भी तेरे नाम कर दूँ
हर पल, हर लम्हा दिल ये दीदार तेरा चाहता है
तेरी झील से आँखों में डूबकर खोना चाहता है #YourQuoteAndMine#restzone#rzलेखकसमूह#rztask435