तेरे इश्क में हारे हम, बस तेरे नाम हो गए। होना था मसहूर,मगर हम बदनाम हो गए। बदनामी में भी नाम था, सो हम भी सरेयाम हो गए। हमारे जानने वाले कम न थे,फिर भी हम अनजान हो गए। हां हम फिर खास से आम हो गए। तेरे इश्क में हारे हम,बस तेरे नाम हो गए। ©Muntashir Soul तेरे इश्क में हारे हम। #ValentinesDay "अब्र" 2.0 NIKHAT دل سے درد کا رشتہ