बेटी होती पराया धन कहते हैं उसे पराई सच कहना दुनिया के लोगों किसने यह रीत चलाई प्यार - दुलार से पाल पोस कर हर काम में निपुण बनाते दिल पर पत्थर रख, दामाद को कलेजे का टुकड़ा थमाते उस घर में भी जाकर उसको कहते सब है पराई जिनकी सेवा में थी उसने सारी उमर बिताई (@anitamishra) हे ईश्वर ! हम बेटियों को तुमने जग में क्यों है बनाया जिसका खुद का ठिकाना नहीं उसे दो-दो घर क्यों थमाया....... ©Anita Mishra #bitiya