आदमी अपने काबलियत से और फ़ुल अपने खुश्बु से नवाजे जाते हैं " आदमी मर जायें तो उसे दफ़नाया जाता हैं " और फ़ुल मुरझाया गया तो उसे उसपे चढाया जाता हैं ....