रहने दो बच्चों के खेल के मैदान, तरूणों के होठों पर मुस्कान, मत डालो प्रतियोगिता उनके नाज़ुक मन में, भविष्य के सपनों के बोझ उनके कोमल तन में, बाकी रहने दो उनका बचपन, जीवन संघर्ष की तैयारी में , भूल जाते हैं वो अपना अंतर्मन, बाकी रहने दो उनमें प्रेम और समर्पण। दुनिया की सुंदरता बची रहने दो। #रहनेदो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi