उपन्यास के क्षेत्र में इनका काफी योगदान था.इनका योगदान देखकर बंगाल के विख्यात उपन्यासकार चट्टोपाध्याय ने उन्हें उपन्यास सम्राट कह कर संबोधित किया था.. इन्होंने लेखन में सदैव ही लोगों का मार्गदर्शन दिया , उन्होंने साहित्य की यथार्थवादी परंपरा की नींव रखी और तो और मुंशी प्रेमचंद की स्मृति में भारतीय डाक विभाग की ओर से 31 जुलाई सन 1980 को उनकी जन्मसती के अवसर पर 30 पेसे मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया... @_kuchbaateindilki_ #कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद आप हमेशा याद रहेंगे क्योंकि इन्हें उपन्यास सम्राट कह कर संबोधित किया था 🙏🙏