नजरें मिली जो तुमसे, हम कैद हो गये दिल में, तुम झुका के बैठे हो नजरें, हम कैद हो गये उनमें, चैन से उठाना, बेचैन न हो जाये, ख्वाहिश हमारी भी है, हम दिल मे ही रह जायें। ©Anand Prakash Nautiyal #नजरें#ख्वाईश #Mic