Unsplash ना जाने कितने महीनों से जुल्फें नहीं संवारी हमने, सुलझा लेंगे इनको भी एक दिन, अभी तो जिंदगी खुद किताबों उलझी पड़ी है।।।। ©Uday #Book ✍️ quotes on life