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"आपकी एक नजर आजाद कर्मभूमि पर" "आगे कांटे हैं,पीछ

"आपकी एक नजर 
आजाद कर्मभूमि पर"
"आगे कांटे हैं,पीछे फूल है 
आज कदमों में मखमल सी चादर है 
कभी कदमों में होती धूल है 


छांव भी है यहां ,धूप भी है यहां ।"

"सत्य है जिंदगी का यही फ़लसफ़ा है 
जिंदगी में खुशी के फूल पाने के लिए 
पहले कांटों से जूझना ही पड़ेगा।"

©Azaad Pooran Singh Rajawat
  #खुशी पाने के लिए कांटों से जूझना ही पड़ेगा#

#खुशी पाने के लिए कांटों से जूझना ही पड़ेगा# #कविता

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