प्रेम के अनेकों अर्थ है, ये एक ऐसी भावना है जो बिल्कुल निश्छल है, प्रेम एक वो एहसास है जहां स्वार्थ का नाम दूर दूर तक नहीं होता है।।🥰 प्रेम इंसान को किसी से भी किसी भी रूप में हो सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं है, जैस कुछ को प्रेम होता है फूलों की खूबसूरती से तो उस प्रेम को अगर वो अपने फूलदान में तोड़ के लगाए तो वो प्रेम नही है स्वार्थ है, जो हो प्रेम तो बगीचे में फूल लगाओ।। कुछ लोगों को प्रेम होता है रंगबिरंगी चिडियों से तो अपना प्रेम व्यक्त करने उन्हे देखने किसी वन को जाओ उन बेजुबानों को पिजड़े में क्यों बंद करना।।❤️ अगर तुम्हे हुआ है किसी से प्रेम सच्चा तो उसे अपने दिल में खुद के भीतर उतारो अच्छी बात है, पर पहले उससे दिल लगा कर फिर उससे प्रेम न मांगना, उसे अपनी शर्तों पे कभी प्रेम को ना बोलना, क्योंकि ये प्रेम नहीं है बस तुम्हारा स्वार्थ है।।🥰 जो हो तुम्हे प्रेम सच्चा तो उसे स्वतंत्र छोड़ देना और फिर देखना कैसे निखरता है तुमपे बिखरता है वो प्रेम तुम्हारा.. 🥰❤️ आज की दुनिया में बस जरूरत पूरी कर देना और अपना हक जताना एक दूसरे को बांधे रखना जैसे खुद पे भरोसा ही नहीं या सामने वाले पे नहीं ऐसा ही प्रेम सब करते जा रहे है।। शायद इसलिए ही अब रिश्तों में दरार जल्दी आजाती हैं और वो दरारें इतनी बढ़ती जाती है समय के साथ की फिर वो कभी भर नहीं पाती है, आज लोग सिर्फ पैसे कमाने में इतना व्यस्त हो गए है की खुद एक दूसरे के पास सुकून से बिन काम बिन मतलब दो पल बैठते ही नहीं है, और यही सब छोटी छोटी वजह एक दिन प्रेम खत्म कर देती है.... 🙏❤️ एक दूसरे को स्वतंत्र और निस्वार्थ एक दूसरे को थोड़ा सुकून का समय देना किसी को दिया सबसे बड़ा तोहफा होगा आज के समय में पर ये भी सब देने की हिम्मत जुटा नहीं पाते।।🥰 #मन_में_एकाएक ❤️🙏 #शुभरात्रि🙏 #शिव ©Shivendra Gupta #निश्छल_प्रेम #Flower