दूर होकर भी कोई पास है ....मेरे हर पल एक साया साथ है मेरे आंखें नम भी मेरे साथ ही की है....हर दफा मुस्कुराया भी साथ है मेरे ❣️ मेरे वजूद को तलाशा है.... मैं जो पा नहीं सकता वो उसके पाने की अभिलाषा है.... मैंने चुप्पी साधे रखी.. मैंने जो नहीं बोला वह भी उसने जाना है उसकी इबादत अब तहजीब है मेरी ... मां की तरह दीदी को भी मैंने खुदा सा जाना है उसकी सुबह सवेरा शाम मैं हूं.... मेरी दिनचर्या की शुरुआत भी मैंने उसके एहसास को माना है ... ❣️ छीनकर मायूसी बलाएं ले ली उसने... मेरी मुस्कुराहट के बदले दुआएं ले ली उसने..... जब भी उसने सीने से लगाया तो मां की ममता झलकी है उसमें से... मुझसे कितना प्यार करती है यह मैं बयां नहीं कर सकता बस इतना सुन लो ... की हर बार मेरी गलती की सजाएं ले ली उसने ❣️ यूं ही नहीं मैं बहन को खुदा से ऊपर समझता हूं... मेरी मायूसी के चलते आज ख़ुदा से भी लड़ाई ले ली उसने... God bless you love you didi ❤️ ©Vikas shyoran दीदी Monu Kumar Manak desai Siya Singh vks Siyag Priya Gour