उसकी महक मेरी सांसो तक आई न जाने कब वो इतने करीब आई चाय पत्ती के साथ अपनी मिठास मिलाई न जाने हाथों से या आंखो से पिलाई मेरी नशों में उसका नशा है वो दिल की गहराइयों तक बाशा है ये दिल तो उनकी गलियों में लापता है पास रहना मज़ा तो दूर रहना सजा है इस दिल को तलब है दिल के तुम्हारी साथ रह के ख्वाहिश पूरी करना हमारी ।। By :- Harshayar #CalmingNature #harshayar