माँ तेरी बहुत याद आती है तेरी वो डाटं, तेरी वो शाबाशी तेरा वो गले से लगाना तेरा वो सर पर हाथ फेरना सब याद आता है माँ| — % & 🙏माँ 🙏 जैसे कायनात कड़ी धुप में जैसे बरसात आँचल में जैसे नीला आसमान दिल का सुकून जैसे माथे का अभिमान