मैं कल नहीं मैं #काल हूँ... #वैकुण्ठ या पाताल नहीं... मैं #मोक्ष का भी सार हूँ... मैं #पवित्र रोष हूँ... मैं ही तो #अघोर हूँ... मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ । ©Manoj Nigam Mastana #Shiv