तुम्हें देने के लिए हैं सिर्फ़ अल्फ़ाज़ मेरे पास जो लिखे हैं मैंने कई ज़िंदगियां जी कर तुम्हें भी अगर जी लूँ तो यह किताब मुकम्मल हो ©SamEeR “Sam" KhAn #किताब