नही बदल सकते कुए तलाबों की सूरत, अब तो है बोतलों में बिकते पानी की जरूरत। हर फसल पर हो रहा जहर का छिड़काव, आधुनिकीकरण का नया चला है ये जुगाड़। अखबार के विज्ञापन में चर्चा सदा चलेगी, इसी को तरक्की समझ सरकार खर्चा बहुत करेगी। कुछ भी नही बचा यहा अब शुद्ध सारे व्यंजनों के स्वाद हो गए है कुंद। नित-प्रतिदिन भुगत रहे है,हवा है जो बोई, पर्यायवरण के कहर से बच न पा रहा कोई। काट रहे हो जो जँगल,धूमिल होती जा रही हरियाली, अब तो बन्द करो ये आधुनिकीकरण वाली प्रणाली। @आशुतोष यादव #Nature #naturallandscape #Natural_Resources #NatureQuotes Amita Tiwari🎤✍️🎸 Kavi Shyam Pratap Singh अंकित सारस्वत