आज मैने सालो बाद चिडीयो का सुना चेहकना कोयल ने भी मेरे लिये गया खूबसूरत सा गाना हवा भी हैं आजकल बडी सफा सफा तिजरात का भले हि नुकसान हैं, पर इन्सानियत का हुआ हैं नफा बडा अजिब माहोल इस बार थोडा डरावना पर इसके चलते हि कम हुआ गाडी का पुरे दिन गुर्रना कम हो गयी हैं काले धुआ की साया मौसम में गर्मी के बावजुद रुमानी हो गया दोपहर के बारा बजे भी शोर नहीं सुनाई देता डर की सही वर्ना आदमी की रफ्तार पे भगवान ब्रेक कैसे लगाता तो भाई ईलतिजा हैं आप सब से मेरी निकलो मत घर के बहार अगर ना हो जरुरी समय बीताओ अपनो के साथ अभी अपने सारे अधुरे शौक को निभालो अभी गौर की बात हैं की सारे प्रदूषण हो गये नेस्तनाबूत भगवान के होने का इस से अच्छा क्या हैं सबूत देखते देखते ये दिन बित जायेंगे फिरसे वही धक्के और शोर और पसीने वाली मुसीबत लौट आयेगें #mahol