एक पूरी ज़िन्दगी जी ली , ज़िन्दगी के साथ हर लम्हात को अधूरा पाया , थाम उंगली वक़्त की चली । फिर भी खुद को तन्हा पाया , बिखरी सी ज़िन्दगी के बिखरे हर पल फिर जाने क्यों हमने तुझे इतना चाहा , देख कर मुस्कुराती है मुझको , फिर मेरी ज़िन्दगी इस मुस्कान में , तन्हा ही सही पर है तो मेरा साया . . . . शुक्रिया . . . ग़म - ऐ - ज़िन्दगी तेरा एक बार फ़िर हँस कर जीना सिखाया . . . . इस तन्हा , तन्हाई में भी ज़िन्दगी तूने फिर खुद को अदब से सजाया . . .. . #bikkyrajput1 #lovshayari